बार-बार प्यास लग रही है, डायबीटीज के लक्षण हो सकते हैं।

बार-बार प्यास लग रही है, डायबीटीज के लक्षण हो सकते हैं।
अगर आपको साधारण से अधिक प्यास लग रही है तो मधुमेह रोग के प्रति सचेत हो जायें। आवश्यकता से अधिक पानी पीना डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैंं। जिसमें टाइप 2 के मरीज शामिल हैं। व्यक्ति का प्यास लगने का सबसे बड़ा कारण उसका बार-बार टॉयलेट जाना है। अधिक भूख लगना, मुंह का सूखना या फिर एक दम से वजन बढ़ना या कम होना भी टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण हैं। 
चीनी, चिकनाई और चिंता छोड़ दें तो मधुमेह से बचा जा सकता है। रोज 7 से 8 घंटे की पूरी नींद लेना भी जरुरी है। विशेषज्ञ पैदल चलने और चीनी कम खाने की सलाह देते हैं। इसके अलावा स्मोंकिग और शराब का सेवन भी मधुमेह का एक मुख्य कारण है।

पहले डायबिटीज जैसी बीमारी 60 वर्ष की उम्र में देखने को मिलती थी, वहीं आज यह 35 से लेकर 40 साल तक के व्यक्ति में भी देखने को मिल रही है। इसका मुख्य कारण आधुनिक जीवन शैली को मानते हैं।

टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण -
-थकान, कम दिखना और हमेशा सर दर्द होते रहना है।
-शरीर में संक्रमण का बढ़ना।
-टाइप 2 में महिलाओं कि योनि में सूखापन और पुरुषों में नपुंसकता हो सकती हैं। एक अनुमान के मुताबिक 35%  से 70 %पुरुषों में नपुंसकता हो जाती है और एक तिहाई महिलायें यौन रोगों से ग्रसित हैं।
-यह बीमारी अगर आपके परिवार में किसी को है तो यह आपको भी हो सकती है।
-45 से अधिक आयु वाले लोगों के युवा लोगों में टाइप 2 डायबिटीज का खतरा अधिक होता है।
-गर्भावस्था के दौरान जिन महिलाओं को मधुमेह हो जाता है उन्हें टाइप 2 मधुमेह होने कि संभावना बढ़ जाती है।

टाइप 2 डायबिटीज में सावधानियां -

आहार
टाइप 2 के मरीजों के लिए कम चर्बी और कम कैलोरी वाला आहार का चुनाव सही है। ऐसे मरीजों को फल,सब्जियां और अनाज की मात्रा भोजन में अधिक रखनी चाहिए। खाने में नियमित रूप से बदलाव करते रहें। और समय-समय पर अपने डॉक्टर को दिखाते रहें। जिन्हें टाइप 2 डायबिटीज हो उन्हें अपना कोलेस्ट्रोल चेक कराते रहना चाहिए।
व्यायाम
टाइप 2 डायबिटीज मरीजों के लिए प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक हल्का एक्सरसाइज करना चाहिए। सुबह टहलने निकल जाएं, साइकिल चलाएं, बगीचें में खाली पैर टहले। अगर आप लगातार व्यायाम नहीं कर सकते, तो इसे पूरे दिन में कई हिस्सों में बांट लें। क्योंकि इससे आपका ब्लड शुगर लेवल के साथ कोलेस्ट्रोल भी कंट्रोल में रहेगा।
तनाव रहित जीवन
तनाव डायबिटीज टाइप 2 मरीजों के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं होता है। किसी भी प्रकार का स्ट्रेस लेना डायबिटीज के मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है, साथ ही ब्लड ग्लूकोस लेवल भी। इसलिए जितना हो सके तनाव से दूर रहें। इसके लिए आप अपना अधिक से अधिक समय परिवार या बच्चों के बीच में गुजारे। साथ ही अपने खाने-पीने का भी ध्यान रखें।

डायबिटीज की रोकथाम

टाइप 2 डायबिटीज से बचने के लिए सबसे पहले आप अपना ख्याल खुद रखे, जैसे स्वस्थ आहार लें हलका-फुल्का एक्सरसाइज करें और अपने वजन का हमेशा ध्यान रखें। इसके साथ ही समय-समय पर अपने डॉक्टर की सलाह भी लेते रहें।

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