हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट में क्या अन्तर है..?

लोग अक्सर इन दोनों स्थितियों को परस्पर एक ही समझते हैं, लेकिन ये समान नहीं हैं। दिल का दौरा तब होता है जब हृदय में रक्त का प्रवाह अवरुद्ध हो जाता है, और कार्डियक अरेस्ट तब होता है जब दिल की खराबी होती है और अचानक अप्रत्याशित रूप से धड़कना बंद हो जाता है।

दिल का दौरा एक "परिसंचरण" (रक्त प्रवाह) की समस्या है और कार्डियक अरेस्ट एक "विद्युत" (आपसी संचालन) समस्या है।
दिल का दौरा तब होता है जब एक अवरुद्ध धमनी ऑक्सीजन युक्त रक्त को हृदय के एक हिस्से तक पहुंचने से रोकती है। यदि अवरुद्ध धमनी को जल्दी से फिर से नहीं खोला जाता है, तो उस धमनी से सामान्य रूप से पोषित हृदय का हिस्सा मरना शुरू हो जाता है। एक व्यक्ति जितना देरी से डॉक्टर के पास जायेगा, नुकसान उतना अधिक होगा।

दिल के दौरे के लक्षण तत्काल और तीव्र हो सकते हैं। अधिकांशत:, लक्षण धीरे-धीरे शुरू होते हैं और दिल के दौरे से पहले चेतावनी के रुप में घंटों, दिनों या हफ्तों तक बने रहते हैं। कार्डियक अरेस्ट में हृदय अचानक धड़कना बंद कर देता है, इसके विपरीत, दिल का दौरा पड़ने के दौरान दिल आमतौर पर धड़कना बंद नहीं करता है। महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों की तुलना में अलग हो सकते हैं।
कार्डियक अरेस्ट बिना किसी चेतावनी के अचानक और अक्सर होता है। यह हृदय में एक विद्युत खराबी से शुरू होता है जो एक अनियमित दिल की धड़कन का कारण बनता है। इसमें हृदय की पंपिंग क्रिया बाधित होने से, हृदय मस्तिष्क, फेफड़े और अन्य अंगों में रक्त पंहुुंचा नहीं पाता है। जिसके परिणामस्वरुप मरीज चेतना खो देता है और कोई नाड़ी सक्रिय नहीं रहती है। अगर पीड़ित को इलाज नहीं मिलता है तो कुछ ही क्षणों मौत हो जाती है।
ये दो अलग-अलग हृदय स्थितियां आपस में जुड़ी हुई हैं। दिल का दौरा पड़ने के बाद या रिकवरी के दौरान अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। हार्ट अटैक से अचानक कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। ज्यादातर हार्ट अटैक से अचानक कार्डिएक अरेस्ट नहीं होता है। लेकिन जब अचानक कार्डियक अरेस्ट होता है, तो हार्ट अटैक एक आम कारण है। अन्य दिल की स्थिति भी हृदय की लय को बाधित कर सकती है और अचानक कार्डियक अरेस्ट हो सकता है। इनमें एक मोटी हृदय की मांसपेशी (कार्डियोमायोपैथी), दिल की विफलता, अतालता, विशेष रूप से वेंट्रिकुलर फाइब्रिलेशन, और लंबे क्यू-टी सिंड्रोम शामिल हैं।
कार्डिएक अरेस्ट और हार्ट अटैक दोनों ही बेहद गंभीर हैं और इसके लिए तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता है। हालांकि, कार्डिएक अरेस्ट अधिक गंभीर है। 
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